दिल्ली जहां एक तरफ दिलवालों के लिए जानी जाती है वहीं दिल्ली को धरोहरों का शहर भी कहा जाता है। दिल्ली में इन धरोहरों का निर्माण अपना शासन कायम करने और धाक जमाने के लिए किया गया था लेकिन बदलते समय के साथ-साथ यह धरोहरें मोहब्बत के दीवानों के नाम हो गई। जिस किले या मकबरे का निर्माण सुल्तान की पहचान और उसका वर्चस्व कायम रखने को हुआ था, आज वहां लव बर्ड्स बाहों में बाहें डाल अपने प्यार का इजहार करते नजर आते हैं। फिर चाहे बात लोधी गार्डन की हो, पुराने किले की हो या फिर हुमायुं के मकबरे की, सभी दिशाओं में इनका ही बोलबाला नजर आता है। भले ही इन्हें इन इमारतों का इतिहास न पता हो लेकिन यहां के रास्ते यह बखूबी जानते हैं। वैसे भी जनाब प्यार में किसी का इतिहास जानने की जरुरत थोड़ी न पड़ती है। इन ऐतिहासिक इमारतों पर प्रेमी युगल खुद अपने प्यार का इतिहास रच रहे हैं। बदलते समय के साथ एक बदलाव यह भी आया है कि यह लव बर्ड्स दिल्ली के बदनाम पार्कों में जाना छोड़कर इन इमारतों को अपने प्यार का साक्षी बना रहे हैं। तभी तो यह कहते हैं कि 'हमने मोहब्बत की है अय्याशी नहीं'। आज तो वैसे भी वेलेंटाइन डे है यानि प्यार दिवस और इस दिन यहां आने वालों की संख्या में दोगुना इजाफा हो जाता है। आईये जानते हैं दिल्ली की कुछ ऐसी ऐतिहासिक इमारतों को जहां युवा अपने प्रेम की कहानी लिख रहे हैं।
लोधी गार्डन: बेस्ट लवर प्वाइंट
लोधी गार्डन को दिल्ली का सबसे बेस्ट लवर प्वाइंट माना जाता है। चूंकि यह एनडीएमसी एरिया में पड़ता है इसलिए इसकी खूबसूरती और दोगुनी है। लोधी गार्डन को एक स्टेंडर्ड लव डेस्टिनेशन भी माना जाने लगा है और यही कारण है कि यहां आने वाले प्रेमी जोड़ों की संख्या बढ़ रही है। इसमें बने मकबरे, मस्जिद और पीछे की ओर बनी झील एक अलग एहसास करवाती हैं। भले ही यहां से मेट्रो स्टेशन थोड़ी दूरी पर है लेकिन प्रेमियों के लिए दूरी मायने नहीं रखती। वह किसी न किसी तरीके यहां तक पहुंच ही जाते हैं। 90 एकड़ में बने इस गार्डन में मोहम्मद शाह और सिकंदर लोधी मकबरे के साथ-साथ शीशा गुंबद और बारा गुंबद भी बना हुआ है। इसके अलावा प्रेमियों के बैठने और खाने-पीने के लिए यहां विशेष प्रबंध है।
पुराना किला: छुप-छुपकर प्यार करने की जगह
पुराने किले का इतिहास क्या है इस बात को लव बर्ड्स नहीं जानते लेकिन यहां घूमना-फिरना बहुत अच्छे से जानते हैं। गर्मी हो या सर्दी यहां प्रेमियों का तांता लगा रहा है। इनके प्यार का परवान पारे पर भी भारी पड़ने लगता है। लोधी गार्डन में एंट्री फ्री है लेकिन पुराना किला जाने के लिए 10 से 15 रूपये की टिकट लेनी पड़ती है। इस किले की गिरती दीवारों को प्रेमियों का प्रेम मजबूती प्रदान करने की जी-तोड़ मेहनत कर रहा है। इसके साथ ही यह इनके लिए फोटो खिंचवाने की भी बेस्ट जगह है।
हौज खाज विलेज: लव और पार्टी का कॉकटेल
हौज खाज विलेज को लव और पार्टी के लिए सबसे बेहतर माना जाता है इसलिए यहां आने वाले युवाओं की संख्या भी काफी ज्यादा है। साउथ कैंपस के पास होने की वजह से यहां आने वालों में ज्यादातर कॉलेज स्टूडेंट्स हैं। डियर पार्क से होते हुए हौज खाज किले की तरफ पहुंचते हैं। इसके बीच में बनी झील और उसके चारों तरफ बने किले, मकबरे और मदरसों की दीवारों पर हर वक्त प्रेमी जोड़ों को बैठे हुए देखा जा सकता है। यह लव बर्ड्स इस जगह को इसलिए भी पसंद करते हैं क्योंकि यहां तक पहुंचने का रास्ता मेट्रो से जुड़ा हुआ है। फिर चाहे आप दिल्ली के किसी भी कोने में क्यों न हों।
सफदरजंग टोम्ब: ठीक-ठाक लवर स्पॉट
लौधी गार्डन से थोड़ी दूरी पर बना सफदरजंग टोम्ब भी प्रेमियों कुछ अड्डों मे से एक हें। इसमें ज्यादा तो नहीं लेकिन हां, दिन में आठ-दस प्रेमी जोड़े तो आ ही जाते हैं। यहां यह लोग इसलिए भी नहीं आते क्योंकि यहां एंट्री की टिकट लगती है जबकि लोधी गार्डन और हौज खाज में एंट्री फ्री है। इसके पास ही सरोजनी नगर मार्केट भी है जहां से शॉपिंग करते हुए प्रेमी जोड़े यहां प्यार जताने आ जाते हैं। आज भी यहां कई जोड़े आयेंगे और वेलेंटाइन डे मनायेंगे।
हुमायुं टोम्ब: खूबसूरत और फोटोजेनिक वेलेंटाइन स्पॉट
हुमायुं टोम्ब की खूबसूरती का दीदार करने के लिए यहां भी रोजाना कई प्रेमी जोड़े आते हैं। इसके साथ ही यह जगह फोटो के हिसाब से भी बेहद अच्छी है। इसे दिल्ली की सबसे खूबसूरत जगहों में से एक माना जाता है। यूं तो यह एक मकबरा है लेकिन इस मकबरे पर भी मोहब्बत की अनेकों कहानियां लिखी जा रही हैं। आज के दिन यहां दोगुनी संख्या में युवा आते हैं।